Isometric और Orthographic Projection को आसान भाषा में

सबसे पहले समझो – ये दोनों क्या होते हैं

आइसोमेट्रिक प्रोजेक्शन (Isometric Projection) और ऑर्थोग्राफिक प्रोजेक्शन (Orthographic Projection) — दोनों ही तकनीकी ड्रॉइंग में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

  • आइसोमेट्रिक प्रोजेक्शन किसी वस्तु को तीन आयामों (3D) में दिखाता है, जहाँ तीनों अक्ष (X, Y, Z) समान कोण पर दिखाई देते हैं। यह ऑब्जेक्ट का वास्तविक आकार और रूप समझने में मदद करता है।
  • ऑर्थोग्राफिक प्रोजेक्शन वस्तु के विभिन्न दृश्य (2D Views) जैसे — Front View, Top View, Side View प्रस्तुत करता है, जिससे सटीक माप और निर्माण जानकारी मिलती है।

ड्रॉइंग बनाते समय कुछ सावधानियाँ ज़रूरी हैं — जैसे कोण सही रखना (30°)प्रोजेक्शन लाइनें समान रखनासही स्केल का उपयोग करना, और छिपी रेखाएँ (Hidden Lines) ठीक ढंग से दिखाना।

1. Isometric Projection (आइसोमेट्रिक प्रोजेक्शन)

यह एक 3D (त्रिआयामी) ड्राइंग होती है जिसमें किसी ऑब्जेक्ट को ऐसे दिखाया जाता है कि उसके तीनों साइड (लंबाई, चौड़ाई, ऊँचाई) बराबर रूप से दिखाई दें

Isometric Projection
  • इसमें तीन एक्सिस होती हैं:
    ➤ X-axis (30° दाएँ)
    ➤ Y-axis (30° बाएँ)
    ➤ Z-axis (ऊपर की ओर)

 इससे ऑब्जेक्ट थोड़ा झुका हुआ लगता है, और हम उसे 3D में “महसूस” कर सकते हैं।

2. Orthographic Projection (ऑर्थोग्राफिक प्रोजेक्शन)

यह 2D (दो आयामी) व्यू होता है। इसमें ऑब्जेक्ट के विभिन्न साइड को अलग-अलग दिखाया जाता है — जैसे:

  • Front View (सामने से)
  • Top View (ऊपर से)
  • Side View (बगल से)

 यह इंजीनियरिंग ड्रॉइंग या मशीन पार्ट्स बनाने में बहुत जरूरी होता है।

अब सीखो – इसे आसान तरीके से कैसे बनाएं

Isometric Projection आसान तरीका:

  1. सबसे पहले पेज पर 30° के दो लाइनें बनाओ (एक दाईं ओर, एक बाईं ओर)।
  2. बीच में एक वर्टिकल लाइन (ऊँचाई) बनाओ।
  3. अब अपने ऑब्जेक्ट के माप (length, width, height) के अनुसार लाइनें खींचो।
  4. सभी को जोड़ो — तुम्हारा ऑब्जेक्ट 3D दिखने लगेगा।
  5. अंदर की डिटेल दिखानी है तो faint lines (हल्की रेखाएँ) इस्तेमाल करो।

 टिप:

  • हमेशा 30° सेट स्केल का प्रयोग करो।
  • लाइनों को साफ और हल्का रखो ताकि गाइड लाइन्स मिटाई जा सकें।
  • पहले क्यूब या बॉक्स बनाना प्रैक्टिस करो, फिर कॉम्प्लेक्स शेप्स बनाओ।

Orthographic Projection आसान तरीका:

  1. एक सादा राइट-एंगल बॉक्स बनाओ (3 व्यूज़ के लिए जगह)।
  2. ऊपर की जगह में Top View, बीच में Front View, और साइड में Side View बनाओ।
  3. हर व्यू को एक-दूसरे से प्रोजेक्शन लाइन से जोड़ो।
  4. सब व्यूज़ को सही प्रपोर्शन में रखो।

टिप:

  • हर व्यू की लाइनें समान रूप से मिलनी चाहिए।
  • Hidden lines (डॉटेड) से अंदर के हिस्से दिखाओ।
  • पहले हमेशा Front View से शुरू करो, फिर Top और Side बनाओ।

याद रखने योग्य बातें:

  • Isometric = 3D Look
  • Orthographic = Real technical drawing
  • Isometric को समझना आसान, Orthographic से माप निकालना आसान
  • Practice is key  – रोज़ 1-2 ड्रॉइंग बनाओ

 Isometric और Orthographic Projection बनाते समय ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण सावधानियाँ (Precautions) दी गई हैं 👇

आइसोमेट्रिक प्रोजेक्शन (Isometric Projection) बनाते समय सावधानियाँ:

  1. कोण सही रखें (30°): हमेशा सेट स्क्वेयर या ड्राफ्टिंग मशीन से दोनों ओर 30° के कोण बनाएं। अनुमान से लाइन न खींचें।
  2. स्केल एडजस्ट करें: Isometric ड्रॉइंग में actual scale नहीं बल्कि isometric scale (0.816) इस्तेमाल होता है।➤ मतलब: 100mm की लंबाई ड्रॉइंग में 81.6mm होगी।
  3. लाइनें हल्की खींचें (Construction Lines): शुरुआत में सभी गाइड लाइनें बहुत हल्की बनाएं ताकि बाद में साफ-साफ मिटाई जा सकें।
  4. समान माप रखें: X, Y, और Z तीनों दिशाओं में समान माप रखें वरना ड्रॉइंग तिरछी या विकृत लगेगी।
  5. साफ-सुथरी लाइनें बनाएं: सभी मुख्य लाइनें गहरी और सीधी बनाएं ताकि ऑब्जेक्ट 3D और क्लियर दिखे।
  6. अंदर की लाइनें (Hidden edges) केवल ज़रूरत हो तभी दिखाएं। बहुत ज़्यादा दिखाने से चित्र भ्रमित कर सकता है।

ऑर्थोग्राफिक प्रोजेक्शन (Orthographic Projection) बनाते समय सावधानियाँ:

  1. व्यू का सही क्रम रखें: पहले Front View, फिर Top View, और उसके बाद Side View बनाएं।
  2. Projection Lines सीधी और समान रखें: व्यूज़ को जोड़ने वाली projection lines सीधी और parallel होनी चाहिए।
  3. समान माप (Proportion): तीनों व्यू एक-दूसरे से perfectly align होने चाहिए — ताकि एक व्यू का आकार दूसरे में मेल खाए।
  4. Hidden Lines (छिपी रेखाएँ): अंदर के हिस्से दिखाने के लिए dotted lines का प्रयोग करें। लेकिन बहुत अधिक न बनाएं।
  5. Labels और Dimensions: हर व्यू को label करें — जैसे Front View (FV), Top View (TV), Side View (SV)। Dimension lines को thin और neat रखें।
  6. Line Type और Weight: Visible edges → dark continuous line Hidden edges → dotted line Center lines → long-short-long dash
Bonus Tips:
  • हमेशा शुरुआत पेंसिल (HB या 2H) से करें।
  • रबर से मिटाने के बाद ड्रॉइंग पेपर पर दाग न पड़ें।
  • Scale और Protractor का सही प्रयोग करें।
  • Practice daily with simple shapes like cube, cone, cylinder.
  • Isometric और Orthographic Projection को आसान भाषा में
    सबसे पहले समझो – ये दोनों क्या होते हैं आइसोमेट्रिक प्रोजेक्शन (Isometric Projection) और ऑर्थोग्राफिक प्रोजेक्शन (Orthographic Projection) — दोनों ही तकनीकी ड्रॉइंग में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। ड्रॉइंग बनाते समय कुछ सावधानियाँ ज़रूरी हैं … Read more
  • ITI AITT CITS Important Engineering Drawing Model Paper 2023
    Latest Model Paper of Engineering Dawing According to the latest NIMI Pattern Most Important Question and with Solve for ITI Engineering Drawing. All India Trade Test of Craftsmen, Model Paper Set … Read more
  • Important Engineering Drawing Symbols Graphics
    Engineering Drawing Symbols for Drawing Students according to BIS Rule 46-2003 all symbol used in all types technical drawing Sector Like – Engineering Diploma ITI etc. this Symbols also used for … Read more
  • Engineering Drawing Question Paper in Hindi
    Most Important Engineering Drawing Question Paper 2022 for ITI Introduction of Engineering Drawing Question answer all Question are Important for ITI CBT Exam Engineering Drawing Question Paper with Answer
  • Conventional Representation of Materials in ED
    Engineering Drawing Perfection is based on representations Representation of a large object, sentence or action as a sign is called a convention. These conventions have been approved by ISI by IS … Read more