What is Amplifier Feedback and Types of amplifier Feedback in Hindi Details Definition and What is Positive feedback and Negative Feedback, Negative Feedback Amplifier Circuit

Amplifier Feedback किसे कहते है?
एंपलीफायर सर्किट में आउटपुट कुरजा का कुछ अंश सर्किट के इनपुट खंड को वापस लौटाने की प्रक्रिया फीडबैक कहलाती है
इस प्रबंधन में से आउटपुट तथा इनपुट में परस्पर निर्भरता पैदा हो जाती है और सर्किट की कार्यप्रणाली पर संतोषजनक नियंत्रण प्राप्त किया जा सकता है
Amplifier Feedback कितने प्रकार के होते है?
एंपलीफायर फीडबैक निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं
- Positive Feedback (सकारात्मक प्रतिक्रिया)
- Negative Feedback (नकारात्मक प्रतिक्रिया)
Positive Feedback / Degenerative Feedback (सकारात्मक प्रतिक्रिया)
जब फीडबैक वोल्टेज या करंट इनपुट सिगनल के इन फेस होता है तो वह पॉजिटिव या रिजैनेरेटिव फीडबैक कहलाता है पॉजिटिव फीडबैक एमप्लीफायर के परिणाम में वृद्धि कर देता है
यदि, इनपुट सिगनल वोल्टेज = Es
आउटपुट वोल्टेज = Eo
फीडबैक वोल्टेज = Ef
आउटपुट वोल्टेज का एक अंश = β
एंपलीफायर गेन = A
तो Ef = β . Eo
फीडबैक सहित कुल इनपुट वोल्टेज
Ei = Es +Ef
या, Ei = Es +β . Eo
या, Es = Ei -β . Eo
परंतु आउटपुट वोल्टेज, Eo = कुल इनपुट वोल्टेज x A
या, Eo = ( Es+β . Eo ) x A
अतः वोल्टेज गेन (VA) = Eo/Es
= A (Es +β. Eo )/Ei – β. Eo
= A [(Ei – β .Eo )+β . Eo]/Ei – β. Eo
= A.Ei/Ei[1 – β. Eo/Ei]
= A/[1 – β. Eo/Ei]
VA = A/[1- β. A] (∵ Eo/Ei = A)
इस प्रकार सर्किट का कुल एमप्लीफिकेशन अधिक होगा क्योंकि फीडबैक फैक्टर (Feedback Factor) β.A का मान इकाई से कम होता है और भिन्न में हर कम होने पर VA अधिक होगा पॉजिटिव फीडबैक का उपयोग सीमित मात्रा में ही किया जा सकता है क्योंकि गेन बढ़ने से डिस्टॉर्शन भी बढ़ जाता है|
Negative Feedback / Degenerative Feedback (नकारात्मक प्रतिक्रिया)
जब फीडबैक वोल्टेज या करंट, इनपुट सिगनल के विपरीत फेज में होता है तो वह नेगेटिव या डि-जैनेरेटिव फीडबैक कहलाता है। नेगेटिव फीडबैक, एम्पलीफायर का डिस्टॉर्शन भी काफी घटा देता है ।
क्योंकि नेगेटिव फीडबैक सर्किट में β का मान नेगेटिव होता है अतः
V.A. = A/1-(-β.A)
V.A. = A/1+β.A
इस प्रकार भिन्न में हर का मान अधिक होने पर V.A. का मान कम होगा ।
नेगेटिव फीडबैक युक्त एम्पलीफायर का गेन, स्थिर (stable) होता है और वोल्टेज परिवर्तनों से अप्रभावित रहता है। गेन, फ्रीक्वेंसी परिवर्तनों से भी अप्रभावित रहता है। इस प्रकार ए.एफ. एम्पलीफायर में एक नेगेटिव फीडबैक एम्पलीफायर स्टेज प्रयोग करने से उच्च गुणवत्ता वाला फ्रीक्वेंसी रेसपोंस (frequency response) प्राप्त किया जा सकता है ।
नेगेटिव फीडबैक के लाभ (Advantages of Negative Feedback)-
नेगेटिव फीडबैक के लाभ निम्नलिखित हैं
- स्थिर गेन – नेगेटिव फीडबैक एम्पलीफायर का गेन, फीडबैक अंश β पर निर्भर करता है न कि उसके वास्तविक गेन A पर । यदि वोल्टेज परिवर्तनों आदि के कारण एम्पलीफिकेशन बढ़ता है तो फीडबैक का मान भी बढ़ जाता है जो एम्पलीफिकेशन को घटा देता है।
- उच्च गुणवत्ता का फ्रीक्वेंसी रेसपोंस – नेगेटिव फीडबैक की उपस्थिति में एम्पलीफायर का गेन, फ्रीक्वेंसी परिवर्तनों से अप्रभावित रहता है अतः एम्पलीफायर का फ्रीक्वेंसी रेसपोंस उच्च गुणवत्ता वाला होता है।
- शोर तथा डिस्टॉर्शन में कमी – क्योंकि फीडबैक वोल्टेज, आउटपुट के फेज वाला होता है अतः इनपुट सिगनल के विपरीत फेज वाला होगा। फीडबैक विपरीत फेज का होने के कारण वह इनपुट सिगनल में विद्यमान शोर तथा डिस्टॉर्शन को उदासीन कर देता है।
- आउटपुट डिस्टॉर्शन में कमी – यदि नेगेटिव फीडबैक, आउटपुट स्टेज में भी दिया जाये तो लाउडस्पीकर की वायस क्वायल के इम्पीडेंस में विभिन्न ए.एफ. के कारण पैदा होने वाले इम्पीडेंस परिवर्तन भी उदासीन हो जाते हैं। यह क्रिया स्पीकर डैम्पिंग (speaker damping) कहलाती है।
- हार्मोनिक डिस्टॉर्शन में कमी – नेगेटिव फीडबैक, हार्मोनिक फ्रीक्वेंसीज को सीमित कर देता है फलतः हार्मोनिक डिस्टॉर्शन दूर
हो जाता है।
ऋण फीडबैक एम्पलीफायर परिपथ (Negative Feedback Amplifier Circuit)
नेगेटिव फीडबैक एम्पलीफायर मुख्यतः निम्न दो प्रकार के होते हैं –
- वोल्टेज फीडबैक एम्पलीफायर
- करंट फीडबैक एम्पलीफायर
वोल्टेज फीडबैक एम्पलीफायर (Voltage Feedback Amplifier) –

इसमें फीडबैक वोल्टेज, प्रतिरोधक R से प्राप्त किया जाता है। इस परिपथ में कोई कलैक्टर लोड प्रतिरोधक प्रयोग नहीं किया जाता और आउटपुट कैपेसिटर C के द्वारा R के एक्रॉस प्राप्त किया जाता है। यह परिपथ एमीटर- फालोअर परिपथ के समान होता है ।
करंट फीडबैक एम्पलीफायर (Current Feedback Amplifier) –

इसमें, आउटपुट करंट के अनुक्रमानुपाती फीडबैक वोल्टेज, इनपुट सिगनल के श्रेणी-क्रम में आरोपित किया जाता है। प्रतिरोध RE फीडबैक प्रतिरोधक है और आउटपुट, प्रतिरोधक RC के एक्रॉस कलैक्टर से प्राप्त किया जाता है। करंट फीडबैक एम्पलीफायर परिपथ का उपयोग रिकार्ड प्लेयर, टेप रिकार्डर, स्टीरियो प्रणाली आदि में किया जाता है।
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